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दर प तेरे अर्जी करने (Dar Pe Tere Arzi Karne)

Dar Pe Tere Arzi Karne

हम भटकते भटकते
गमो को सहते सहते
पहुचे ह दर प तेरे
अर्जी करने

अर्जी करना काम है मेरा
काम बनाना काम है तेरा

ये भी मेरा वो भी मेरा
धन के बिना कोई ना मेरा
बात कहू बरे पते की
गौर तू मुझपे अब कर लेना
निर्-धन का बस एक बसेरा
खाटू में है श्री श्याम का डेरा
अर्ज़ी करना काम है मेरा
सुनो न सुन्नो मैं फिर वी तेरा

ठोकरैं खाये ह प्रभु हम्ने
दार दार भटके अर्जी करने
हार के आए है दर तेरे
अब न भटकु दर से तेरे
हरे के साथी अब है तेरे
अर्जी पूराओ प्रभु तम मेरे
अर्ज़ी करना कम है मेरा
काम बनाना काम है तेरा

हमने सुना है तेरे बारे
खोटे सिक्के के तम हो सहारा
जो जग से जब जब भी हरे
आसु ले चारनो मे तम्हारे
अर्ज़ी डाली आलोक दर तेरे
आए सहाय बने तुम मेरे
इसीलिए…
अर्ज़ी करना काम है मेरा
(आज सुन्नो या कल सुन्नो)
सुन्ना होगा प्रभु तम्हे मेरा
अर्जी करना काम है मेरा
काम बनाना काम है तेरा

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