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ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे (Om Aim Hreem Keem Chamundaye Vichche)

Om Aim Hreem Keem Chamundaye Vichche

Om Aim Hreem Keem Chamundaye Vichche

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

ये मंत्र है, मां चामुण्डा का
इस में मां, शक्ति समाती है
हर इक चिंता, हर इक बाधा
“इसे जपने से, मिट जाती है
*नहीं बाल भी बांका, हो उसका
जो सुमिरे इसे ,मन से सच्चे
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

जब चंड-मुंड महिषासुर का
इस धरती पर आंतक मचा
सबको ही सताया असुरों ने
“कोई भक्त ना साधू संत बचा
*तब तुम्हें पुकारा था मईया
अब संकट में तेरे बच्चे
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं

मां दुर्गति-हारिणी दुर्गे ने
सदा धर्म का साथ निभाया है
जब-जब धरती पर पाप बढ़ा
“मां ने त्रिशूल उठाया है
दुष्टों का रक्त पिए काली
और खा गई दुष्टों को कच्चे
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं

हे नमन तुम्हें मां जगदम्बे
हे नमन तुम्हें मईया काली
ना तुमसा कोई और हुआ
“तूँ ही सब से शक्तिशाली
*तूँ दया-दृष्टि हम पर रखना
हम सभी तो हैं तेरे बच्चे
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं

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